ख़बर अमर उजाला की १४ अगस्त०९
इसमें लिखा है कि यही सीरियल देखते हुए स्वयं भी खेलने लगे ,और पति सच्चाई से तनाव में आ गया आधी रात को फंसी लगा ली ।
ये बालिग़ था ,समझदार था ,दोनों पढ़े-लिखे और आपस में प्यार करने वाले थे ,दोनों का प्रेम विवाह हुआ था । फ़िर भी सच को नहीं सह पाया , खुदा न खास्ता पत्नी ने मजाक में झूठ बोला हो तो ?
ये सच है ,इस सच को बोलने के लिए हजारों -लाखों – करोड़ों नहीं मिलने थे ,
न सीरियल बनाने वाले को मिलने थे, शायद तभी इसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
असली सच ये है कि सीरियल में दिखने वाले पैसे के लिए ही बोल रहे हैं ,वह सच हो या झूठ कुछ भी बोल सकते हैं । ये असामाजिक हैं इस बात का खामियाजा इन्हें देर-सबेर भुगतना पड़ेगा , ये समाज की नजरों से इतना गिर जायेंगे कि इन्हें भी नारकीय जीवन जीना पड़ेगा । तब असली सच का सामना होगा ।
इसमें लिखा है कि यही सीरियल देखते हुए स्वयं भी खेलने लगे ,और पति सच्चाई से तनाव में आ गया आधी रात को फंसी लगा ली ।
ये बालिग़ था ,समझदार था ,दोनों पढ़े-लिखे और आपस में प्यार करने वाले थे ,दोनों का प्रेम विवाह हुआ था । फ़िर भी सच को नहीं सह पाया , खुदा न खास्ता पत्नी ने मजाक में झूठ बोला हो तो ?
ये सच है ,इस सच को बोलने के लिए हजारों -लाखों – करोड़ों नहीं मिलने थे ,
न सीरियल बनाने वाले को मिलने थे, शायद तभी इसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
असली सच ये है कि सीरियल में दिखने वाले पैसे के लिए ही बोल रहे हैं ,वह सच हो या झूठ कुछ भी बोल सकते हैं । ये असामाजिक हैं इस बात का खामियाजा इन्हें देर-सबेर भुगतना पड़ेगा , ये समाज की नजरों से इतना गिर जायेंगे कि इन्हें भी नारकीय जीवन जीना पड़ेगा । तब असली सच का सामना होगा ।
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