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Thursday, July 30, 2009

अपने पाँव पर कुल्हाड़ी


जब भी कोई "भ्रष्ट" निलंबित होता है,
मुझे ऐसा लगता है जैसे नेता या अधिकारी अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मार रहे हों ।
सरकार ,नेता या उच्चाधिकारी जब भी किसी भ्रष्ट अधिकारी या कर्मचारी को निलंबित करते हैं तो मुझे हँसी आजाती है , क्यों ?
इसके दो कारण हैं पहला तो ये कि ये लोग किसी भ्रष्ट को निलंबित करके अपने ही पाँव पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं ,क्योंकि वह अधिकारी भ्रष्टाचार से जो कुछ कमाता था उसमे इनका हिस्सा भी होता था । दूसरा ये ,कि निलंबन का दिखावा केवल आम जनता को दिखाने के लिए करते हैं उसे तो बिना काम किए वेतन मिलता रहता है और
वैसे भी वह तब तक इतना रूपया कमा चुका होता है की उसे निलंबन से कोई फर्क नही पड़ता ।

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