चारों तरफ़ से परेशान हैं।
जाने किस के कर्मों का फल भोग रहे हैं ।
दुनिया की इतनी हिम्मत कैसे हो रही है।
अचानक से भारतीयों के प्रति इतनी नफरत का आख़िर क्या कारण है ?
कहीं दुनिया वाले हमारी तरक्की से जलने तो नहीं लगे।
इसलिए भारतीयो सावधान रहो।
कहीं दुनिया वाले हमारी तरक्की से जलने तो नहीं लगे।
इसलिए भारतीयो सावधान रहो।
सही कहा आपने। इस समय सावधान रहने की अत्यंत आवश्यकता है।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
जलने नहीं लगे, बल्कि हम जो उनके रोजी रोटी पर डाका दाल रहे हैं, उसको बचाने के लिए लड़ रहे हैं.
ReplyDeleteकुछ उसी तरह, जैसे महाराष्ट्र में मराठियों ने अपने काम धंधो की खातिर बिहारियों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है....
इस ग़लतफ़हमी को अपने मन से निकाल दीजिये.....
कुछ न कुछ बात तो है। हो सकता है आपने जो कहा वही सही हो। लेकिन आपकी चिन्ता जायज है।।
ReplyDeleteसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.
samay badlega
ReplyDeletesvyam nahin badla toh hamen use badalne ko taiyar rahna chahiye
नही भाई साहब हम लोग खुशफहमी में ना जिए तो अच्छा है ... भला दुनिया हमसे क्यों जलेगी .... दुनिया वालों को दोष मत दीजिये .... नही तो इसमें आप भी है ... दर असल हमारी मानसिकता दूसरों पर आरोप लगाने की रही है .... इससे बचे तो ही सही है .....
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