लोग कहते हैं सचिन क्रिकेट का भवान है। बहुमत का जमाना है जो बहुमत कहेगा माना जायेगा;इसलिए कुछ भी गलत नहीं कहते। जितना सचिन ने क्रिकेट खेला है और उपलब्ध किया है वह क्रिकेट का भगवान् है ही ; इसमें कोई दुविधा नहीं। पर कुछ समय बाद अगर किसी अन्य ने सचिन से ज्यादा कर दिया तो…? और कर क्यों नहीं सकता ;सब जानते हैं “क्रिकेट बाई चांस” इसमें कुछ भी हो सकता है। उदहारण के लिए जब भारत विश्वकप जीता था तो बहुतों को कपिल देव भगवान् लगे थे,गावस्कर को तो आज भी कई लोग क्रिकेट का भगवन मानते होंगे।
तो भाई चिंता कैसी क्या भगवान् दो-चार नहीं हो सकते ?
कभी भारत में तेतीस कोटि(प्रकार) देवता होते थे, और लोग विश्वास नहीं करते थे।
क्या अब विश्वास करेंगे ?
2. अमिताभ बच्चन सिनेमा का भगवान्।
3. लता मंगेशकर गाने की भगवान् ।
4. ठाकरे बंधुओं में से कोई मुम्बई का भगवान् ।
5. उद्योगों का भगवान् कौन; अम्बानी या टाटा बिरला ?
6. संगीत का भगवान् कौन.. ……….. .?
७. चित्रकारी का भगवान् कौन ............ ?
8. राज नीति का भगवान् कौन ?.......... इसमें अलग-अलग दलों के लोगों के लिए अपने-अपने भगवान् हैं।
9. जुर्म की दुनिया का भगवान् कौन; दाउद या वीरप्पन ?
10. …………… और भी ना जाने कौन-कौन ?
पर भारत का भगवान् कौन ? कोई नहीं जानता ।
अब विश्वास होता है कि वे, सच में होतेहोंगे ।
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