वोट दो – वोट दो
वोट क्यों दो, कोई नहीं बता रहा।
वोट किसे दो, भी कोई नहीं बता रहा।
बताएं भी कैसे,
वोट देने लायक कोई हो तो बताएं।
वोट… यानि समस्या की जड़।
पर समस्याओं का हल भी यही है।
सुना है वोट प्रतिशत बढ़ने के लिए
करोड़ों रुपया खर्च हो रहा है।
आने वाले समय में ये भी समस्या बन
जाएगा।( घोटाले के रूप में)
सोचो, जब केवल पचास-साठ प्रतिशत मतदान से
देश का ये हाल है, तो, सौ प्रतिशत मतदान होगा
तो क्या होगा ?
(प्रगति वाले प्रगति समझें दुर्गति वाले दुर्गति)
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