बाबा रामदेव पिछले छह माह से स्विस बैंकों में जमा काले धन के बारे में बोल रहे हैं,
जिसका असर शायद अब पड़ा है।
इसी तरह उनके अन्य मुद्दों को भी सर झुका कर मानना ही नहीं पड़ेगा हल भी करना होगा।
आख़िर देश की जनता बाबा के साथ है और जनता का दबाव ही तो नाक रगड़ वाता है।
स्वदेशी का अभियान, एकता का अभियान, विदेशी कम्पनियों के बहिष्कार का अभियान,
सौ प्रतिशत मतदान का अभियान और भ्रष्टाचार ख़त्म करो अभियान भी उन्होंने चलाया हुआ है।
इस बार के चुनाव में ही बहुत बदलाव हो जाएगा ।
ऐसा नेताओं की बौखलाहट देख कर लग रहा है।
आशावादी बातों के लिए शुभकमनाएं ।
ReplyDeleteअच्छी लेखनी हे..../ पड़कर बहुत खुशी हुई.../ आप कौनसी हिन्दी टाइपिंग टूल यूज़ करते हे..? मे रीसेंट्ली यूज़र फ्रेंड्ली इंडियन लॅंग्वेज टाइपिंग टूल केलिए सर्च कर रहा था तो मूज़े मिला.... " क्विलपॅड " / ये बहुत आसान हे और यूज़र फ्रेंड्ली भी हे / इसमे तो 9 भारतीया भाषा हे और रिच टेक्स्ट एडिटर भी हे / आप भी " क्विलपॅड " www.quillpad.in यूज़ करते हे क्या...?
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