गुड़ से परहेज करे , गुलगुले खाए।
(प्रत्यक्ष पर बबाल,परोक्ष को छूट)
नेताओं के सौ-पचास रूपये बाँटने
पर तो आग-बबूला हो जाता है,
जबकि, पार्टी के घोषणा पत्र में और पोस्टरों
में कई गुना ज्यादा का लालच देने की छूट
इनको चुनाव आयोग ने ही दी हुई है।
और ये उसका इस्तेमाल भी करते हैं,
सस्ते अनाज व अन्य चीजों का लालच देते हैं।
क्या इस तरह के लालच से सही वोट पड़ता होगा.....
तो ये चुनाव आयोग का गुड़ से परहेज नहीं है ?
चुनाव आयोग भी जानता है कि:
ReplyDelete१००-५० के नोट वापस नहीं आयेंगे
और
वादों से तो ये सब मुकर जायेंगे.