होड़
तीन वर्ष (माँ की गोद व आँगन में खेलने वाले )
की उम्र में स्कूल ! (बच्चे के लिए टेंशन)
भविष्य के लिए (अच्छा नौकर बनने को)
वर्तमान का होम (दादा-दादी की कहानियों से सीखने के दिनों में)
पता नहीं बच्चे से माँ-बाप परेशान
या (ज़माने को देख कर )
ज़माने को दिखाने के लिए
आज के ज्यादातर सफल व्यक्ति क्या तीन साल की उम्र में स्कूल गए थे ?
पब्लिक स्कूलों के जाल में उलझे माता-पिता नहीं समझ पा रहे कि
इन स्कूलों ने होड़ पैदा कर दी है।
किसलिये ?
स्कूल (वर्तमान में पैसा कमाने के लिए)
माता-पिता (भविष्य में ज्यादा पैसा कमाने के लिए )
पर
पैसा तो बिना पढ़े-लिखे भी अच्छा कमा लेते हैं
पिसता है कौन ?
बेचारा बच्चा
सही कहा ..... पिसता है बेचारा बच्चा।
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