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Monday, March 7, 2016

झूठ बोलूँगा तो कौवा काटेगा .... कसम से

अजी साहब !!! इनके तो चूहे बिल्लियों तक को शर्म आ नहीं रही ...
आप कह रहे हो इसको शर्म आनी चाहिए !!!
न जाने कौन सा नमक खाते हैं !!!
इनमे शर्म पैदाइशी होती नहीं और मरते दम तक आती नहीं ! और बेशर्मी की इनके लिए सीमा नहीं होती |
देखा नहीं एक नेता ... इनका ... पिचासी की उम्र में जबरदस्ती बाप बनाया ;
एक पैतीस साल के युवा ने !! उस नेता की जवानी के दिनों का चिटठा खोल दिया | ये नेता राज्यपाल रहते भी राजभवन में कई कन्याओं के साथ एक साथ रंगरेलियां मनाते कैमरे में कैद हो गए ...
एक और नेता था इनका ... युवा नेता .... अपनी बीवी को काट काट कर तंदूर में जला रहा था .... पकड़ा गया ... पता नही जेल में ऐश कर रहा है या घर में ,
एक तो मंत्री था .... हाँ मंत्री !!! कानून मंत्री था शायद ... अपने सुप्रीम कोर्ट के कमरे में महिलाओं को जज बनाते वीडियो बनवा बैठा दुनिया वीडियो देख कर हौ हौ करती थी लेकिन वो नेता बना टीवी पर बेशर्मी दिखता रहा .... अभी भी बेशर्म ही है दिखाई दे जाता है कभी कभी !!!
एक राजस्थान सरकार में मंत्री था इनका !! पुराना नेता.... एक नर्स की हत्या तब कबूला जब उसकी भी आपत्तिजनक् वीडियो से पहचान हुयी उस नर्स को पता नहीं जिन्दा या मुर्दा चूना भट्टी में जला दिया था !!!
एक और नेता हुए हरियाणा में ...उन्होंने अपनी एयरहोस्टेस को ही ..... नहीं छोड़ा ..... मरवा दिया !!
इनके युवा नेता और प्रवक्ता के पिताजी हरियाणा के महा बुजुर्ग नेता वियाग्रा खाकर दंड पेल रहे थे सी डी नेट पर आ गयी !!
अजी साहब अभी और हैं !!
लेकिन इनसे शर्म की उम्मीद मत करना शर्म के लिए धमनियों में शुद्ध रक्त बहना चाहिए .... जिनके धमनियों में शुद्ध रक्त है उन्हें तो ये बदनाम कर देते हैं या हंसी में उड़ा देते हैं ! क्योंकि वो चरित्र की बात करते हैं |
इनके एक पितृ पुरुष जो इनकी नजरों में बहुत महान हैं उनकी चरित्र गाथा तो क्या बखान करें !!! उसके कारण ही तो आज हमारा देश सारी समस्याओं को झेल रहा है ...
इनके आँख बंद घोड़ों को लगता है वो न होते तो देश आजाद न होता !!! जैसे सात लाख से ज्यादा क्रांतिकारी इंग्लेंड से मरने आये थे
एक और वैश्विक नेता ठहरे उन्हें कुछ नहीं कह सकते उसके लिए तो लिंक पर जाइए !!!
हो सकता है और पार्टियों में भी कोई एकाध किस्सा ऐसा ही हो लेकिन इनके यहाँ तो ये इनकी पहचान है अभी तो कई नेताओं के कारनामे ऐसे हैं कि देखते और सुनते ही बनते हैं ! 

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