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Sunday, April 3, 2011
विश्वकप जीत कर विश्व गुरु, भारतवंशी नवसंवत्सर....
भारत ने क्रिकेट का विश्वकप जीत कर विश्व गुरु बनने की शुरुआत कर दी है कल ४ अप्रेल २०११ से भारत के नव संवत्सर की शुरुआत (चैत्र शुक्ल प्रतिपदा) भी है यह एक अच्छा संयोग है सभी भारत वासियों के लिए गर्व का समय तो है ही | कुछ लोगों को लगेगा कि क्रिकेट के विरोध में बोलने या लिखने वाले इन गर्व के क्षणों को भुनाने आ गए, जबकि ऐसा नहीं है हमारा विरोध भी क्रिकेट को लेकर नहीं है अपितु इस खेल के पीछे हो रहे खेल को लेकर है । जो कि मेरा पोस्टर देख कर समझा जा सकता है |
सभी भारत वासियों (भरतवंशी स्वाभिमानी साथियों)को , ओम.....वन्देमातरम
आप सभी को सपरिवार, नवसंवत्सर 2068 , चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, तदनुसार 4 अप्रेल 2011 मंगलमय हो | हम अपनी ऋषि संस्कृति को न भूलें तो विश्व में सर्वश्रेष्ठ हों | जो भूल गए उन्हें याद दिलाएं और मंगल कामनाओं के संदेश भेजें | इस अवसर पर असुरों के वंसजों की भी बुद्धि शुद्ध होने की कामनाओं के साथ उनके लिए एक दिया अवश्य जलाएं | धन्यवाद |
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आपको भी बधाइयाँ ...... नवसंवत्सर की शुभकामनाएं
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