हम युवाओं से आह्वान करते हैं की वे हमारी पार्टी में शामिल हों। अंग्रेजों के ज़माने की पार्टी है, न केवल अंग्रेजों के ज़माने की पार्टी है; अपितु अंग्रेजों के नक़्शे-कदम पर ही चलने वाली भी एक ही पार्टी है।
हमें ऐसे युवाओं की जरुरत है जो पढ़े-लिखे हों पर अक्ल(मंद) हो। उन्हें जीहजूरी, चमचागिरी, पार्टी के नेताओं की जय-जयकार करने में गर्व का अनुभव हो। जो नर-मादा में अंतर न समझें, लिव इन …. के समर्थक हों। जो बिना रीढ़ वाले हों, जिनमे भारत-भारतीयता के प्रति कोई भाव न हों,
जो हमेशा हमारी (खानदानी) जय बोल सकें, जो कोई काम नहीं करना चाहते, जो बिना मेहनत के खाना चाहते हैं, जो तिकड़म लगा सकते हैं, जो आम जनता को मूर्ख बना सकते हैं, जो लड़ने-मरने में भी कम न हों, बदमाश और दबंग प्रकार के युवा हमें अपनी पार्टी के लिए चाहिए ।
कमाई ! कमाई की चिंता न करें। इस मामले में हमारी पार्टी का इतिहास देख लें । हमारे पूर्वजों ने आजादी के कई वर्षों बाद तक उन्हें भी स्वतंत्रता सेनानी बना दिया था जो केवल हमारे कार्यकर्त्ता थे। उनके वंशज आज तक बिना कुछ किये कराये ही पेंशन ले रहे हैं। और जो हमारी पार्टी में नहीं था वह चाहे कैसा ही क्रन्तिकारी था उसके वंशज आज भी छोटे-मोटे काम करके जीवन गुजार रहे हैं । ये तो केवल एक उदहारण था कमाई का। इसी आधार पर हम आज भी अपने कार्य कर्ताओं का ध्यान रखते हैं। हमारा ग्राम स्तर का कार्यकर्त्ता भी चुनावों में अच्छा-खासा कमा लेता है। कुछ वर्षों में ठेकेदारी और अन्य कार्य, ‘जो गोपनीय होते हैं और आम जनता को नहीं पता लगने चाहिए’ उसे करने आ जाते हैं । जिससे वह अपनी जिंदगी अय्याशी से गुजार सकता है ।
वैसे तो कमोबेश आज की सभी पार्टियों में अपने कार्यकर्ताओं का इसी तरह ध्यान रखा जाता है, पर हमारी पार्टी इन सबसे अलग है इन्होने ये सब हमसे सीखा है इसलिए हम गुरु हैं ये चेले हैं।
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