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Sunday, November 7, 2010

क्या गाँधी जी ने इन्हें कोई गद्दी सौंपी है या.....

मेरे मन में एक प्रश्न बार-बार उठता है कि भारत में कितने ऐसेराहुलहोंगे जिनके आगेगाँधीनहीं लगा होगा ? वो क्या करते होंगे ? बेरोजगार नहीं होंगे अगर कुछ करते होंगे तो ! तो कितना संघर्ष किया होगा दो समय की रोटी जुगाड़ने को ? अपने "गाँधी वाले राहुल" तो शौकिया झौपड़ी में रहने जाते हैं, शौकिया मिटटी उठाने जाते हैंकितने राहुल होंगे जो; ये काम सच में करते होंगे ? कितने राहुल आज तक घुट-घुट कर इस दुनिया से कूच कर गए होंगे कि पढ़ लिख कर भी कोई रोजगार मिला
आखिर अपने वाले राहुल की ऐसी क्या विशेषता है कि; केवल "गाँधी" जुड़ा होने से वह एकदम से कुछ विशेष हो जाते हैं ? क्या गाँधी जी ने इन्हें कोई गद्दी सौंपी है या ये गाँधी जी के पक्के अनुयायी हैं ? ऐसी कोई विरासत गाँधी जी ने अपने किसी वंशज को क्यों नहीं सौंपी ? आखिर राहुल गाँधी में ऐसी क्या विशेषता है कि हमारे मीडिया वाले उनके पीछे "कुर्ताफाड़ दीवाने" हुए रहते हैं ? उन्हें युवाओं के लिए आदर्श बताते फिरते हैंये केवल एक राहुल गाँधी की ही बात नहीं हैइस तरह के और भी बहुत से युवा हैं जिन्हें मीडिया हम भारत वासियों का "आईकोन" प्रस्तुत करता है पर उनका संघर्ष केवल इतना है कि वो अपने "नेता पिता" की राजनीतिक विरासत की रोटी तोड़ रहे हैं, और भारतीय वर्तमान व्यवस्था में इसे गलत नहीं माना जाता है क्योंकि ये व्यवस्था इन्हींके पूर्वजों ने इसी लिए बनायीं थी कि; उनके आश्रित ही इस भोली भाली जनता पर राज करेंइन जैसे युवाओं में आखिर आदर्श कहनेके लिए क्या है ?

2 comments:

  1. bhai batija wad ki den hai,public bhi chutita hai

    kya congresh me rahul se tej aur hosiyar koi neta nhi h

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  2. sahi prashann uthya hai aapne, such kahun to ismain kisi gandhi ka koi kasuur nahi hai ,kasuur hai to un logon ka jinka aatm viswash mr chuka hai or jo "Gandhi "namak is baishakhi ke bina chall paney main asmarth hain,bhuna rahen hain gandhi ko........

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