tag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post3521621690474247917..comments2023-08-24T13:29:27.685+05:30Comments on टेंशन पॉइंट-चिंतन बिंदु: सबसे बड़ा धोखाtension pointhttp://www.blogger.com/profile/02092866969143339658noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post-55131166775796941482010-04-20T12:55:46.069+05:302010-04-20T12:55:46.069+05:30"मेरे सीने मे नहीं ,तो तेरे सीने मे सही
हो क..."मेरे सीने मे नहीं ,तो तेरे सीने मे सही <br />हो कही भी आग लेकिन , आग लगनी चाहिए <br />सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं <br />मेरी कोशिश है की ये सूरत बदलनी चाहिए "<br /> (दुष्यंत कुमार )<br /><br />साहसिक कहूँ या फिर दुस्साहिक लेखन ? जो भो हो एक कडुवा सच आप सामने लाये ,<br />बहुत- बहुत बधाई इस लेखन हेतु ......पी.एस .भाकुनीhttps://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post-58271900953605793942010-04-19T18:17:18.729+05:302010-04-19T18:17:18.729+05:30सड़क किनारे तेल बेचने वाले मदारियों का अंदाज भी हूब...सड़क किनारे तेल बेचने वाले मदारियों का अंदाज भी हूबहू यही होता है..........निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post-15399589027054144702010-04-19T17:16:45.734+05:302010-04-19T17:16:45.734+05:30इन्हें भी पढ़ें: महाचर्चा के सूत्र "भारतचौप...इन्हें भी पढ़ें: महाचर्चा के सूत्र "भारतचौपाल" में पूर्व प्रकाशित लेख के अंश+ अँधेरा मिटाते नहीं फैलाते टीवी चैनल <br />Apr 19, 2010 | Author: तिलक रेलन | Source: भारतचौपाल:-देश की मिटटी की सुगंध-- <br />ईटीवी के एक पूर्व स्ट्रिंगर की गाथा (क्या, यह शोषण नहीं है?) [read more] <br />अँधेरा मिटाते नहीं फैलाते टीवी चैनल <br />Apr 19, 2010 | Author: तिलक रेलन | Source: देश की मिटटी-- <br />ईटीवी के एक पूर्व स्ट्रिंगर की गाथा (क्या, यह शोषण नहीं है?) [read more]Tilak Relanhttps://www.blogger.com/profile/02048906492487827740noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post-24049509063769498782010-04-19T16:55:16.299+05:302010-04-19T16:55:16.299+05:3060 वर्षों से पूरे देश से करों के रूप में संगृहीत र...60 वर्षों से पूरे देश से करों के रूप में संगृहीत राजस्व से कश्मीर में पाक परस्तों का पोषण करते हुए,ऐसे तत्वों का प्रभुत्व बढाया जारहा है। साम दाम दंड भेद का ढुलमुल उपयोग कर आधी शताब्दी में जिन से मुट्ठी भर आतंकी इस देश से खदेडे नही जा सके,उनका यह दावा कि हमने बिना खडग ढाल अंग्रेजों से भारत आजाद कराया, अविश्वसनीय सा लगता है। निश्चित ही अंग्रेज इन से डर कर नही , क्रांतिकारियों से डर कर भागे थे।..... महाचर्चा के सूत्र 02/3/10Tilak Raj Relanhttp://bharatchaupal.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post-78525851593002833132010-04-19T15:15:16.319+05:302010-04-19T15:15:16.319+05:30bahut khub
shekhar kumawat
http://kavyawani...bahut khub <br /><br /><br /><br /><br />shekhar kumawat <br /><br />http://kavyawani.blogspot.com/amritwani.comhttps://www.blogger.com/profile/07993105053119402442noreply@blogger.com