tag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post2402572764840224706..comments2023-08-24T13:29:27.685+05:30Comments on टेंशन पॉइंट-चिंतन बिंदु: कलियुग में भीtension pointhttp://www.blogger.com/profile/02092866969143339658noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post-89008902123467242432009-07-23T23:06:49.943+05:302009-07-23T23:06:49.943+05:30सहमत हूं आपसे .. और गीता प्रेस को उसके इस समाज सेव...सहमत हूं आपसे .. और गीता प्रेस को उसके इस समाज सेवा के कार्यों के लिए प्रशंसा तो करनी ही पडेगी।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8773847908548932584.post-17197930273294909042009-07-23T18:51:53.837+05:302009-07-23T18:51:53.837+05:30बिलकुल सही कहा आपने.....शब्दशः सहमत हूँ आपसे.....
...बिलकुल सही कहा आपने.....शब्दशः सहमत हूँ आपसे.....<br /><br />आज भी मुझे कल्याण के समकक्ष ठहरता कोई पत्रिका नहीं दीखता....<br /><br />वर्तमान समय में आपका यह आलेख जो की इतना समीचीन उदहारण प्रस्तुत करता है, अत्यंत सराहनीय है....<br /><br />आपका साधुवाद...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.com