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Sunday, March 21, 2010

भ्रष्टों को कैसे रास आ सकता है ऐसा राष्ट्रवाद

मेरी इससे पहले की पोस्ट, जो बहुत लम्बी हो गयी;और ब्लोगवाणी और चिट्ठाजगत की सूचि में नहीं पा रही (अगर यह ज्ञान किसी गोरी चमड़ी वाले को मिला होता तो ये उसके नौकर तक के चरणामृत घोल के पी जाते........) पूरा पढ़ें इससे पहले की पोस्ट में
मुझे लिंक बनाना नहीं आता कोई आसन तरीका है तो कृपया अवश्य बताएं।

2 comments:

  1. Jo kuchh Apne likha, aisi sabhi baton ke liye , patrakarita ko mission ke roop mein chlata ek andolan hai yug darpan.dekhen Tilak

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