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Sunday, July 19, 2009

काँवड़ यात्रा

आज कल हमारी कॉलोनी में माहौल कुछ शांत सा हो रखा है,
न कहीं से कोई गाली सुनाई देती है,न कोई झगड़ा हो रहा है,
लड़कियां तो "बिना किसी को साथ लिए" बाजार भी हो आ रहीं हैं,
गलियों में जैसे चिडियाएँ चहचहा रहीं हैं …. आख़िर ,
ये क्या हो रहा है …ये क्या हो रहा है … ?
हमने जब जानकारी ली तो पता लगा ,
कॉलोनी के कुछ …….. प्रकार के लोग काँवड़ यात्रा पर गए हैं ।

1 comment:

  1. ठीक कहा आपने ये कन्वाद यात्रा नहीं गुंडे बदमासों की हुड़दंग यात्रा होती जा रही है लोग इन्हें खाना खिला कर और प्रोत्साहित कर रहे हैं .

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