ताजा प्रविष्ठियां

Friday, January 9, 2009

गांधीगिरी

मजबूर(बंधुआ मजदुर) पार्टी कार्यकर्त्ता
टी वी चैनल
(कमाई के लिए मज़बूरी)
संजय दत्त की (गाँधी गिरी) जय- जय बोलेंगे ही।

फिल्म की कथा- पटकथा लिखने वाला ऐसा
नहीं लिखता तो न संजय दत्त होता न अमिताभ
बच्चन।लेखक गुमनाम ही रहा।
अब चुनाव में देखना है की आम
वोटर किस स्तर तक भोला(मुर्ख)है।

1 comment:

  1. जो दिखता है वही बिकता है आम जनता तो इसी को मानती है। जाहिर है भरम में जीती है।

    ReplyDelete

हिन्दी में कमेंट्स लिखने के लिए साइड-बार में दिए गए लिंक का प्रयोग करें