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Monday, December 15, 2008

"आतंकवादियों से"
आतंकवादियों हत्याएं करने में
“शायद” तुम्हें मजा आता हो,
पर,
कितनी खुशी मिलती है,
एक बार किसी की जान बचा कर देखो।
" पाकिस्तान"
"साँपों" को पालने और पोसने वाला भूल गया,
की ये एक दिन उसी के गले में लिपटेंगे।
"चाँद मोहम्मद"
"नाजायज सम्बन्ध" (कानूनन)
धर्म परिवर्तन से "जायज" बन जाते हैं।
ये कैसा कानून, ये कैसा धर्म ?
"लिव इन……।"
पशुओं में प्रचलित "व्यवहार" को
मनुष्य कानूनी तरीके से सही सिद्ध
कर रहा है …… पर
केवल "श्वान" प्रकृति के लोग ही समर्थन कर रहे हैं।
"बुश को जूता"
अफ़सोस …………… ! (अब जूता भी हथियार की श्रेणी में आ जाएगा)
पत्रकारों को बिना जूतों के वार्ताओं में जाना पड़ेगा।

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